15 मिनट में 300 करोड़ लूट लिए, दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैन रॉबरी की कहानी|
नमस्कार सभी को ...आशा करता हूँ सभी ठीक होंगे
आज दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेन रॉबरी की डी
ग्रेट ट्रेन रॉबरी की आपको कहानी सुनाऊं की बेहद दिलचस्प कहानी जिसमें करीब आज के हिसाब से जोड़ो तो हम लगभग 300 करोड़ 300 करोड़ रुपए सिर्फ 15 मिनट में लूटे रहते द और इसकी जो पुरी प्लानिंग थी 16 लोग इस पर शामिल द लेकिन इसरो बात मतलब लगभग मैन लीजिए 50-60 साल हो गए एक शख्स हमेशा पहली बना रहा एक ऐसा शख्स जिसने इस ट्रेन रॉबरी के लिए इन साइड इनफॉरमेशन दिया वह कौन था उसका नाम क्या था यह सारी चीज अभी पहेली बनी हुयी है.
इंग्लैंड में एक ट्रेन चला करती थी और यह ट्रेन खासतौर पर एक मेल ट्रेन थी इसमें डाक विभाग की चीज़े जाती थी (The Royal Train) और इत्तेफाक से इसी ट्रेन में एक डाकिये की प्लानिंग होती है अब सवाल यह है की एक मेल ट्रेन जिसमें डाक विभाग है पोस्ट सर्विस वो सारी चीज जा रही हैं उसमें आप डाटा मार के क्या करेंगे लेकिन जिस गैंग में इस रॉबरी की प्लानिंग की उसे एक इनसाइडर से पता चलता है की 7th Aug 1963 को इस डाक विभाग की गाड़ी में करीब 128 बॉक्स होंगे और उसमें छोटे-छोटे नोट होंगे करेंसी लंदन पहुंचेंगे इसलिए की मार्केट में बैंक में हर जगह करेंसी की कमी हो गई तो लोगों को और दिक्कत ना हो तो उसके लिए इसी ट्रेन के जरिए 128 बॉक्स में लगभग 300 करोड़ तो ट्रेन में राखी गई और अचानक डाक विभाग और पोस्ट सर्विसेज जिसमें पाउंड्स भरे हुए पुरी साजिश रचने में कई दिन लगे ट्रेन है.
इस ट्रेन में पैसे आते हैं लेकिन कब आते हैं किसी को मालूम नहीं तो कैसे डाका डाला जाए क्योंकि डेट तो पता नहीं है कुछ भी पता नहीं है अब इन्होंने वहीं से प्लानिंग शुरू की इन्हें इसके लिए दो-तीन लोग चाहिए द सबसे पहले तो इन्होंने कुछ ऐसे लोगों को चुना जिनका ट्रेन की रॉबरी में एक्सपीरियंस रहा ढूंढते ढूंढते तीन-चार लोग इनको मिल गए तब ये साथ के टीम बन गई अब उसे स्ट्रॉबेरी के लिए अलग-अलग डिपार्टमेंट के एक्सपर्ट चाहिए पुराना एक ड्राइवर एक टेक्नीशियन को ढूंढा जो रेलवे में सिग्नल आप देखते होंगे ग्रीन और रेड जैसे सड़क पर होती है रेलवे ट्रैक पर भी उसी तरह के सिग्नल होती है अगर रेड हो तो ड्राइवर को गली रोकने पड़ती है ग्रीन हो तो आप थ्रू एक ऐसा बांदा चाहिए वो भी हो गया अब धीरे-धीरे 15 लोगों की टीम बन गई 15 लोगों की टीम बनी सारी तैयारी चल रही है प्लानिंग बकायदा जाकर फीलिंग में भी हो रही है
अब एक सॉल्वें की जरूरत थी जो एग्जैक्ट इनफॉरमेशन होती है की जैसे इनफॉरमेशन मिलेगी हमें किसी भी पाल यह कम करना है बार-बार प्रेक्टिस कर रहे हैं सब कुछ हो गया और आखिरकार सेवंथ अगस्त 1963 को 16 लोगों की टीम के मुखिया यानी की इसका जो लीडर है गोल्डन गुड़ी उसको खबर देता है की एक ट्रेन जो की ग्लासगो से लंदन के लिए लंदन तक का सफर तय करेगी 12 घंटे के सफर में इस ट्रेन के अंदर बहुत से डार्क विभाग की चीज होंगी और उसी ट्रेन में जो डाक विभाग कुल 12 इसमें कोच द वाराणसी में से दो बोगी ऐसे हैं जिसमें डाक विभाग के सारे पेपर में है तो लोगों को जल्दी मिले ये सारी चीज खत्म और ये तो उसके लिए उसे वक्त ये हुआ था की जो डाक विभाग है उन्होंने चलती ट्रेन में भी अपने एंप्लॉय को बैठने का कम किया था ताकि वो ट्रेन में लेटर छापने का कम करें किस लाभ देगा कौन किस मोहल्ले का कौन किस शहर का कौन तो करीब 72 एंप्लॉय ब्रिटिश पोस्ट सर्विस के दो कोच में सवार द और उसको लेटर बाकी सारी चीज है उसमें 128 बॉक्स रखें और वह इस तरीके से रखा गया की किसी को शक भी ना होगी कुछ इंपॉर्टेंट चीज जा रहा है
बस उसमें लॉक लगा हुआ है बोगी के अंदर वो सारे पैसे हैं दो बोगी में अगर इमले बैठे हुए हैं रेलवे की कुछ स्टाफ पड़ती है 7:00 बजे ट्रेन रावण हो गई अब सुबह 3:00 बजे का वक्त ए गया इधर 3:00 बजे लंदन से करीब 40 45 बिल दूर अच्छा ये 1963 की बात है उसे जमाने में ट्रेन की रफ्तार बहुत ज्यादा नहीं हुआ करती थी बुद्धि में चलती थी तो अब रात के तीन बन चुके हैं लंदन अभी भी 40 मिल दूर है जहां पर इनको उतरना है इस ट्रेन का लास्ट लोकेशन किस ट्रेन में पैसे बैंक रॉबरी को अंजाम देने में जब उन्हें पता चला की इसमें इतने सारे पैसे हैं तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं शाम 7:00 बजे ट्रेन रावण हुई इस दौरान में इन्होंने पूरा अलग-अलग रेलवे के रूट है ट्रैक है उसके ऊपर भी रिसर्च किया बहुत बारीकी से हर चीज किया तो जब इन्हें पता चला की ग्लास को उसे लंदन जा रही है तब उन्होंने उसे रूट का ऑलरेडी कर रखा था उन्होंने कहा कौन सी ऐसी जगह होगी जहां पे रॉबरी कौन थम दिया जाए 40 मिल पहले दो रेंज रोवर कर और एक पुरानी मिलिट्री का ट्रक पहुंच सके उसे जगह को इन्होंने पहले चुना और वो जगह ऐसी हो जहां पर रेलवे का सिग्नल के करीब रात को यह पहुंचने हैं जो बाकी ट्रेन गुजरने से गुजर गई अब उसे फिल्म का इंतजार है जिस ट्रेन को इन्हें लूटना है
टाइमिंग एकदम सही है अब उन्हें मालूम जब यह कंफर्म हो गया क्या वही ट्रेन आएगी ठीक उससे कुछ मिनट पहले आखिरी कम करते हैं उसे रेलवे सिग्नल को टेक्नीशियन के जरिए उन्हें अब ग्रीन सिलेक्ट करना है कायदे से वो ग्रीन सिग्नल है ट्रेन को गुजर नहीं है लेकिन उन्होंने ताकि ड्राइवर को ट्रेन रोकते हैं अब वो अपने साथ बकायदा बल्ब बाकी कलर बैटरी यह सारी चीज ले गए एक कवर भी ले गए पुरी तैयारी की थी अब उन्होंने ग्रीन सिग्नल को धक दिया और उसके बाद अपना आर्टिफिशियल इस तरह से किया की वह सिग्नल अपग्रेड दिखाई दे रहा है की इस वक्त सिग्नल का कोई मतलब नहीं है फिर भी लगा कई बार सफर में ऐसा हुआ है
तो उसने कहा कुछ गड़बड़ होगा चलो देख लेते हैं उसने ट्रेन रोक दी जैसी यह जो 15 लोकसभा बाहर है इनमें से फौरन कुछ लोग ड्राइवर की इंजन में दाखिल होते हैं वहां जाकर उसके दोनों हाथ बांधते हैं और कहते हैं की ट्रेन चलते रहो और कुछ लोग हमेशा ऐसे हैं जो शरीफ नहीं है तो तुम्हें मार सकते प्रेम जिसमें सारे पैसे और उनके पास कोई हथियार नहीं कोई गण नहीं चाकू नहीं सिर्फ एक लोहे का रोड और उसके जरिए ने पुरी नौकरी करनी है तो देखो उसमें लॉक लगा हुआ है उन्हें मालूम था की लॉक होगा 3:00 बज रहे द कम करके थक गए हो सब सो गए ट्रेन में किसी को पता नहीं चल रहा है जो 12 कोच खाली ही द पैसेंजर तो उसमें होता नहीं अभी लोगों ने उसकी भी ट्रेनिंग ली थी अलग-अलग लोग को किस तरीके से रोड से तोड़ते हैं रोड से उन्होंने ताला टोडा तोड़ने के बाद अब जानबूझकर दो लोग इंजन में द ड्राइवर को बता रहे द की तुम गाड़ी अब चलते रहोगे ड्राइवर अब गाड़ी स्लो चला रहा है इन्होंने जिस जगह पर रेंज रोवर और ट्रक रखें सारे बॉक्स लेकर ये लोग निकल ली इसके बाद ड्राइवर की सबसे बड़ी रॉबरी की खबर वहां की पुलिस से लेकर तमाम लोगों तक पहुंच गई स्टेशन पर यह ट्रेन आर उम पूछताछ हुई तलाशी हुई अखबारों में उसे वक्त की हैडलाइन हुआ करती थी 300 करोड़ इंडियन करेंसी के हिसाब से अब पुलिस के साथ-साथ स्कॉटलैंड यार्ड को इसमें लगाया गया है उनको इज्जत भी माहिर द उन सबको लगाया गया
क्योंकि बात बहुत बड़ी रकम और सबसे बड़ी चोरी की थी सब कुछ लगाए रखा लेकिन
कोई जानकारी नहीं मिल रही है
इस 7 अगस्त की रोबरी थी 13 अगस्त को पहली बार एक लीड मिलता है वहां कुछ फार्महाउस है इस बैंक रॉबरी की खबर पूरे ब्रिटेन में तब तक फैल चुकी थी उसे इलाके में भी फैल थी वहां से एक बंधन है पुलिस की टीम को फोन किया और कहा की यह जो हमारा इलाका यहां जो एक फॉर्म हाउस गाड़ियों की बड़ी चहल पहल है बहुत गाड़ियां आती है जो पहले नहीं आती थी जब विवाद पता था की पुलिस पहुंची उसे फॉर्म हाउस में जब फॉर्म हाउस में गई वहां कोई नहीं था इन्होंने अंदर जाकर तलाशी ली तो पहले सबूत मिले 20 खाली बॉक्स उसी फॉर्म हाउस के अंदर रखे हुए द ऐसे गायब वहां से पुलिस ने फिंगरप्रिंट्स बाकी चीज उठाई इसमें लगी पहला कुल्लू मिला था अब उन 20 बॉक्स और बाकी चीजों के जरिए खाली पुलिस की तरफ से आगे बधाई तो पता चला की फूल बेचने वाला शख्स है पुलिस उसे तक पहुंचती उसको गिरफ्तार करती है फिंगरप्रिंट जो मौके से मिले द वह उसे मैच कर जाता है जनवरी का महीना मामला कोर्ट में जाता है और फिर इसके बाद 5 साल तीन द जो अब तक पकड़े नहीं गए द वह भी पकड़ा जाते हैं उन्हें भी यही सजा होती है इनमें से एक जेल से भाग जाता है की और पुलिस स्कॉटलैंड यार्ड को ये बात पूछता तौर पर मारूंगा की रॉबरी बिना किसी इंटरनल आदमी के रेलवे से जुड़े हुए पॉसिबल नहीं है उसको ही मालूम है की कब पैसे जाएंगे तो ये बाहर के लोगों तक कैसे पहुंचे 15 के लोगों से पूछताछ कर लिया हर तरीके से किसी ने वो नहीं खोला की कौन है
अब इनसे पैसे के बारे में पूछा गया तमाम कोशिश कर ली पुलिस ने 2.6 मिलियन जो इन्होंने चोरी की थी ट्रेन से उसका सिर्फ 10% 10% ही पुलिस रिकवर कर पाएंगे तो 30 करोड़ 300 में से सिर्फ 30 करोड़ 30 करोड़ ही पुलिस रिकवरी 270 करोड़ कहां गए पुलिस को नहीं मालूम कहानी यहां भी खत्म नहीं होती 1960 8 साल बीट जाते हैं अचानक ब्रिटेन में उनकी करेंसी बदल जाती है जैसे अपने याद होगा आपको जो नोटबंदी वाली नवंबर आठ नवंबर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया था तो अचानक कई नोट जो है वो कागज के रद्दी के टुकड़े हो गए द तो इत्तेफाक से इस बैंक रॉबरी ब्रिटेन के सबसे बड़े इतिहास की जो रॉबरी थी उसके ठीक 8 साल के बाद 1971 में इंग्लैंड की करेंसी चेंज हो गई और वह पुरी तरह बदल गई उसका मतलब यह हुआ की वह जो 300 करोड़ वह नोट रद्दी के टुकड़े अब यहां 8 सालों में उन लोगों ने उसे नोट को पुरी तरह खत्म कर दिया मुश्किल इतनी बड़ी रकम थी क्या प्रॉपर्टी से लेकर बाकी चीज खरीदी थी बन गए 90% रिकवर नहीं हुआ उसे 90% पैसा जो 1971 में करेंसी चेंज होने की वजह से एक कागज का टुकड़ा भर रह गया उसका क्या हुआ यह नहीं मालूम कभी बरामद कर पाई और ना ही उसे रकम का क्या हुआ 8 साल बाद की किसी को पता चला को सजा हुई 30 साल पूरे हुए उनमें से ज्यादातर बाहर निकल गए इस बैंक रॉबरी में शामिल जो 16 लोग अंजन है अभी 15 लोगों में से 12 की मौत हो गई क्योंकि सबकी उम्र भी हो गया उसे बैंक रॉबरी को अंजाम देने वाले उनकी उम्र करीब 80 के आसपास इन तीन में से एक में इस बैंक रॉबरी के बारे में सुनते द वह कहता था हमने ऐसे नहीं किया लेकिन हर कोई मानता था की इसमें कोई इनसाइडर है जो रेलवे का है वो है
तमाम कोशिश करने को नाम लिया है आखिरकार तो फिर एक चैनल नहीं एप्रोच किया और कहा की हम एक पुरी डॉक्यूमेंट्री बनाएंगे इस द ग्रेट ट्रेन रॉबरी पर जो की ब्रिटेन के इतिहास के सबसे बड़ी नौकरी शायद दुनिया की ट्रेन के हिसाब से रकम को देखते हुए सारी बातें बताने को तैयार हूं पहली बार उसे पूछा गया क्या ट्रस्ट जो उसपे उसने तुम पे किया उसको तोड़ रहे धोखा दे रहे हो उसने कहा मैं जानता हूं इसीलिए कुछ नहीं बोला ना मेरी किसी साथी ने कहा अगर वो जिंदा होता तो शायद मैं उसका नाम आज भी नहीं लेता लेकिन वह अब जिंदा नहीं है और इसीलिए उसका नाम लिया गया था और जब ये रॉबिन हुई थी तभी उसकी उम्र 45 साल के आसपास थी तो स्ट्रॉबेरी को भी आप करीब 5053 साल हो गए तो मुझे ज्यादा थी और मालूम हुआ था की उसके डेथ हो गई है तब उसने फिर यह नाम का खुलासा किया तो आज भी इस रॉबरी में शामिल जो लोग जो पैसे चुराए उन पैसों का ज्यादातर क्या हुआ 90% का पता नहीं और यह केस हमेशा ब्रिटेन की हिस्ट्री में याद किया जाता है .
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